जल ही जीवन है, जल बिन जीवन संभव नहीं

रंजू गुप्ता द्वारा लिखी कविता सेव वाटर ,सेव एनर्जीकब तक करते रहेंगे अपनी मनमर्ज़ीजल को वयर्थ न गँवायअब तो अपनी चेतना को चेताय पूर्वजों से मिला है जो खज़ानाक्यों इसको व्यर्थ में लुटानाजल नहीं है रिन्यूएबल रिसोर्सबेकार न करे एक भी ड्रॉपपानी नहीं बचाएगेंतो आने वाली पीढ़ी को क्या दे जाएगें प्रकृति का क़र्ज़ चुकाना हैअपने हिस्से का जल ही
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