पहले ड्यूटी: दिल्ली के आईपीएस अधिकारी ने कैंसर पीड़ित होने के बावजूद भी अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दी।

प्रेरणा महरोत्रा गुप्ता द्वारा लिखित, शाहिद की जानकारी पर आधारित।
नई दिल्ली: युवा आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, वर्तमान में, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त बाहरी दिल्ली में कोविद-19 के कारण हुई तालाबंदी में प्रवासी मज़दूरों की देख रेख कर रहे थे, ऐसे में उन्हें डॉक्टर द्वारा उनके थायरॉयड ग्रंथियों पर कैंसर के बढ़ने के बारे में बता चला।यह सब जान कर भी वह चुपचाप अपनी सेवा के साथ उस क्षेत्र में कोविद-19 योद्धा के रूप में अपना कार्य करते रहे, जहां तालाबंदी के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर फंसे हुए थे।
हालांकि, हाल ही में एक चेक-अप के दौरान, डॉक्टरों ने तत्काल उन्हें सर्जरी की सलाह दी क्योंकि उनके कैंसर संक्रमण का विकास तेजी से फैल रहा था। मिश्रा को ड्यूटी के ठीक बाद एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और उनका ऑपरेशन किया गया। वर्तमान में,युवा आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा को 48 घंटे के निरीक्षण में रखा गया हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बाहरी दिल्ली में दिल्ली पुलिस के राहत प्रयासों में मिश्रा सबसे आगे थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “वह फंसे हुए प्रवासी मजदूरों के बीच भोजन के वितरण की निगरानी के लिए हर दिन अपनी टीम के साथ बाहर निकलते है।”

उनके सहयोगियों ने कहा कि 1 अप्रैल को, मिश्रा ने पहली बार अपने गले में दर्द के बारे में बताया और एक डॉक्टर से संपर्क किया। कुछ परीक्षणों के बाद, जिसमें कोविद -19 भी शामिल था, डॉक्टरों ने एक परीक्षण के लिए मिश्रा का ब्लड सैंपल भेजा, जिसमें कैंसर के बढ़ने की पुष्टि हुई।
दिल्ली पुलिस पीआरओ मनदीप सिंह रंधावा ने कहा, “उन्होंने काम के लिए अपना जोश नहीं खोया। वास्तव में हम इसके बारे में पहले से नहीं जानते थे।”
डॉक्टरों ने चेक-अप के बाद पिछले हफ्ते तत्काल सर्जरी की सलाह दी थी। सहकर्मियों ने कहा कि वह राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र में भर्ती होने के दिन तक अपनी ड्यूटी का संचालन करने के लिए चले गए, जहां उनकी सर्जरी हुई।
उनके चचेरे भाई जितेन्द्र कुमार ने कहा, “वह सर्जरी के बाद अच्छा महसूस कर रहे थे लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें अगले 48 घंटों तक निगरानी में रखा, जो उनके लिए ऐसी हालत में बहुत महत्वपूर्ण था।”
युवा आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, ने मानवता की मिसाल कायम करते हुये, ऐसे समय में भी लोगो के मन में ये उम्मीद जगाई है कि अच्छे लोगो के रूप में आज भी ईश्वर हम सब के समक्ष है, वो सब देख रहा है और वो दिन दूर नहीं जब फिर से सब पहले जैसा हो जायेगा या शायद अब पहले से भी कही ज़्यादा अच्छा हो जायेगा।