Happy Earth Day


प्रेरणा महरोत्रा गुप्ता द्वारा लिखित.
संसाधनों से भरपूर है हमारी धरती माता,
कोई बरसाता अपनी करुणा इन पर,
तो कोई ज़रा भी, इनकी पीड़ा, समझ नहीं पाता।
अरबो जीवो को मिलता इनकी कोख में सहारा,
अपना सर्वस्त्र, यूँ तुम पर लुटाने वाली को,
चाहिये, बस रक्षा का सूत्र तुम्हारा।
चारो दिशाओ से की है इन्होने हमारी हिफाज़त,
फिर क्यों खिलवाड़ किया प्रकृति से,
किस ने दी थी तुम्हे ये इजाज़त?
आओ चलो अब मिलकर, अपनी गलतियों को सुधारे,
मिलकर अपनी माता के इस अद्भुत सौंदर्य को संवारे।