कोरोनावायरस का प्रकोप: पीएम मोदी ने चीन को दी भारत की मदद

प्रेरणा महरोत्रा गुप्ता द्वारा लिखित, शाहिद की जानकारी पर आधारित
नई दिल्ली: जैसा कि हम सबको मालूम है कि चीन इस वक़्त घातक कोरोनोवायरस प्रकोप से गुज़र रहा है,ऐसी विपरीत परिस्थिति में हमारे देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को इस स्थिति से निपटने के लिए चीन देश को सहायता प्रदान करने के लिए एक पत्र लिखा।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि शी जिनपिंग को लिखे पत्र में पीएम मोदी ने वायरस के प्रकोप को लेकर चीन के राष्ट्रपति और लोगों के साथ एकजुट होने की सलाह दी है।
चीन के अधिकारियों द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चीन में अब तक कुल 811 लोगों की मौत हो गई है, जबकि ऐसे मामलो की संख्या जिसमे कोरोना वाइरस की पुष्टि हुई है वह 37,198 हो गई है।
हालांकि प्रकोप का केंद्र हुबेई प्रांत था, यह वायरस चीन के साथ-साथ दुनिया के लगभग 25 देशों में फैल गया है, जिससे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैश्विक आपातकाल घोषित कर दिया है।
शी ने पत्र में कहा, पीएम मोदी ने चुनौती से निपटने के लिए चीन को भारत की सहायता की पेशकश की और साथ ही प्रकोप के कारण जानमाल के नुकसान पर संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह हुबेई प्रांत से लगभग 650 भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने की सुविधा के लिए शी की सराहना की।
एक बड़ी संख्या में देशों ने अपने नागरिकों को चीन से निकाल लिया है और चीन और चीन से लोगों और सामानों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है।
भारत ने भी वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए एहतियाती उपायों के तहत चीन से लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में, चीनी राजदूत सन वेइदॉन्ग ने बुधवार को कहा कि चीन संचार और समन्वय को मजबूत करने और चीन में भारतीय नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा के लिए भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है और यह स्वीकार करते हुए कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था पर महामारी का अल्पकालिक प्रभाव हो सकता है इसलिए जल्द से जल्द इससे बाहर निकलने के लिए हमे सही योजनाओ और नीति का सहारा लेना होगा।
बुरा वक़्त ही सच से अवगत तुम्हे कराता है।
तूफानों में जो थामे हाथ तुम्हारा,
सच्चा मित्र तो केवल वही कहलाता है।