सिख समुदाय ने की ऑस्ट्रेलिया मे मदद ।

प्रेरणा महरोत्रा गुप्ता द्वारा लिखित

पूर्वी विक्टोरिया के बैरन्सडेल में देसी ग्रिल के मालिक कंवलजीत सिंह औरउनकी पत्नी ने विक्टोरिया के गिप्सलैंड में झाड़ियों में लगी आग में फंसे  लोगों को  निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया।उन्होंने अपने कर्मचारीयो के साथ मिलकर पीड़ितों के लिए कढ़ी और चावल बनाया ,जो मेलबर्न चैरिटी सिख वालंटियर्स ऑस्ट्रेलिया द्वारा अस्थायी घरों में रहने वालों को दिया जा रहा है।

श्री सिंह, जो छह साल से इस क्षेत्र में रहते हैं, उन्होंने बताया कि उन्हें लगा कि आस्ट्रेलियन साथियो की मदद करनी चाहिए क्योंकि वहाँ के लोग गंभीर रूप से प्रभावित हैं और उन्हें भोजन और आश्रय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा ये हमारा कर्तव्य है कि हम पीड़ितों की सेवा करे क्योंकि इस वक़्त उन्हें हमारे सहयोग की ज़रूरत है. ” हम बस वही कर रहे हैं जो अन्य आस्ट्रेलियन आज कर रहे हैं, और उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उन लोगों के लिए बस सच्चे दिल से सेवा और प्रार्थना करनी है, जो आज इस भयानक झाड़ियों की आग में फसकर चोट खा चुके हैं क्योंकि यही हमारा सिख धर्म हमे सिखाता है। “

एक अन्य उदाहरण एक सिख महिला का है जिसने 10 साल बाद होने वाली अपनी भारत यात्रा को रद्द कर दिया और अब आस्ट्रेलियन बुशफायर पीड़ितों के लिए 1000 से अधिक भोजन –बनाती है.

35 वर्षीय सुखविंदर कौर, जो मेलबर्न में रहती है, अपनी बहन की तबीयत खराब होने की खबर पाकर भारत वापस आने के लिए बिल्कुल तैयार थी फिर भी उन्होंने मेलबर्न में वापस रहने का फैसला किया और अब उन परिवारों के लिए खाना बनाती है जिन्हें उनके घरों में आग लगने  के बाद अपना घर त्यागने पर  मजबूर कर दिया । ये घर पूर्वी गिप्सलैंड में थे जो आग से नष्ट हो गए थे।

“मुझे एहसास हुआ कि मेरा पहला कर्तव्य यहाँ के समुदाय के प्रति है जहाँ मैं इतने लंबे समय तक रही हूँ। अगर मैंने इतने कठिन समय के दौरान लोगों को यहां छोड़ दिया, तो मुझे नहीं लगता कि मैं खुद को एक अच्छा इंसान कह सकती हूं, ”सुखिंदर ने कहा।

डूबते को दिखाया है किसीने किनारा,
भोजन और आश्रय का दिया है सहारा।
कंवलजीत सिंह और उनकी पत्नी ने बताया,
ये जग है हमारा, न केवल तुम्हारा और ना ही हमारा। 

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s